*ग़र यकीन न हो तो बिछड़ कर देख लो.......!*

*तुम मिलोगे सबसे, मगर हमारी ही तलाश में.....!!!*
💖💖🍁

बदन से बहने वाले खून का रंग तो लाल ही था,

न जाने क्यूँ वो फिर भी रंगों को लेकर झगड़ते है

मतलब के लिए ना ठुकरा देना तुम किसी की इबादत को ए दोस्त।     

क्योंकि दौलत से ज्यादा रिश्तों की अहमियत होती है।।

हथेली पर रखकर नसीब, तु क्यो अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है;
सीख उस समन्दर से, जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है!

बेवजह है, तभी तो दोस्ती है,
वजह होती तो, साज़िश होती...!

शुक्र है परिंदो को नहीं पता कि उनका मज़हब क्या है... ,

वरना रोज़ आसमान से खून की बारीश होती... 🙏 

अंदाज़े से न नापिये किसी इंसान की हस्ती...,


ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते हैं....

रजाईयां नहीं है उनके नसीब में ,


वो  गरीब है  साहब गर्म हौंसले ओढ़कर  सो जाते हैं ☹😴


वही आंगन, वही खिड़की, वही दर याद आता है,
मैं जब भी तन्हा होता हूँ, मुझे घर याद आता है।

मेरे सीने की हिचकी भी, मुझे खुलकर बताती है,
तेरे अपनों को गाँव में, तू अक्सर याद आता है।

आमदनी पर्याप्त न हो तो
खर्चों पे नियंत्रण रखिये,

जानकारी पर्याप्त न हो तो
शब्दों पे नियंत्रण रखिये..!!

सुप्रभात

*ये मेरा फ़र्ज़ बनता है , "साहब" मैं उसके हाथ धुलवाऊँ...*
*सुना है उसने, मेरे नाम पर कीचड़ उछाला है* ....

*किसने कहा,*
*बढती उम्र,सुंदरता को,*
*कम करती है,*

*ये तो बस..........*

*चेहरे से उतरकर*, 
*दिल में आ जाती है!!

💜रिश्ते दिल से बनते है बातों से नही,
कुछ लोग बहुत सी बातो के बाद भी अपने नही होते

कुछ शांत रहकर भी अपने बन जाते है ...💜

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....