मेरी आँखों के जादू से अभी तुम नावाकि़फ़ हो,
हम उसे जीना सिखा देते हैं जिसे मरने का शौक़ हो
हम उसे जीना सिखा देते हैं जिसे मरने का शौक़ हो
ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....
No comments:
Post a Comment