सच्ची दोस्ती धीरे बढ़ने वाले पौधे की तरह है, और उसे यह दोस्ती का दर्जा पाने से पहले मुश्किलें सहने के बावजूद खड़ा रहना पड़ेगा!!

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....