05.02.2017

🍁गँवाई किस तमन्ना में ज़िन्दगी मैंने
     वो कौन है जिसे देखा नहीं कभी मैंने 🍁

                (जाॅन एलिया)

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ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....