जरा-सा झूठ ही लिख दो कि तुम बिन दिल नही लगता...
हमारा दिल बहल जाए तो तुम फिर से मुकर जाना !
हमारा दिल बहल जाए तो तुम फिर से मुकर जाना !
ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....
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