Fwd: [Hindi kavita ,मन की भाषा] सिर्फ तेरे "एहसास" से ही




 
सिर्फ तेरे "एहसास" से ही
मेरी दुनियां महकने लगती है,

अगर तुम रूबरु हो जाओ
तो खुदा ही जाने क्या हो..!!







No comments:

Post a Comment

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....