◦•●◉✿ 𝕕 𝕜 𝕜 𝕤 ✿◉●•◦

*मैं शायर हूँ मोहब्बत का,  ईश्क से नज्म सजाता हूँ...,,*
*कभी पढ़ता हूँ महोब्बत को, कभी मोहब्बत लिख जाता हूँ...!!*

 ◦•●◉✿ 𝕕 𝕜 𝕜 𝕤 ✿◉●•◦

*मैंने हर दौर मे देखे हे____कातिल बड़े बड़े___*
*मै मोहब्बत हू____मेरी उम्र जरा लंबी है_____*

  ◦•●◉✿ 𝕕 𝕜 𝕜 𝕤 ✿◉●•◦

खामोशियों  से  मिल  रहे  है  खामोशियों  के  जवाब ......
अब  कैसे  कहे  की  मेरी  उनसे  बाते  नही  होती...........✍

  ◦•●◉✿ 𝕕 𝕜 𝕜 𝕤 ✿◉●•◦

 *इंसान" की पहचान "अदब"* *से होती है "इल्म" से नहीं.-*
*क्योंकि*
*"इल्म" तो शैतान के पास भी था, पर वह अदब से महरूम था।*

  ◦•●◉✿ 𝕕 𝕜 𝕜 𝕤 ✿◉●•◦



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ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....