रुला कर उसने मुझसे कहा अब मुस्कुराओ में हँस पड़ी,
क्योंकि सवाल हँसी का नहीं 
उसकी ख़ुशी का था..

No comments:

Post a Comment

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....