तुम्हारी याद में आंसू.. बहाना यूँ जरूरी है…

कि रुके दरिया के पानी को तो प्यासा भी नहीं छूता |

No comments:

Post a Comment

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....