उन मस्त मस्त आँखों में आँसू , अरे ग़ज़ब !

ये इश्क़ है तो क़हर-ए-ख़ुदा चाहिए मुझे..

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....