मेरे गाँव के रिश्ते पक्के और रास्ते कच्चे हैं
वहां की बातों में मिठास है और लोग सच्चे हैं



No comments:

Post a Comment

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....