*मेरा दर्द तो .....
सिर्फ मेरा खुदा जानता हैं,*
*तुमने तो सिर्फ......
मेरी मुस्कान देखी है...!*

No comments:

Post a Comment

ये राहें ले जायेंगी मंज़िल तक.... हौसला रख ए मुसाफ़िर.... कभी सुना है क्या.... अंधेरे ने सवेरा होने ना दिया.....